Saturday, 01 May 2021 00:00
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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही दावा करें कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार मुक्त सरकार है, लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता यह मानने को कतई तैयार नहीं आखिर ऐसा क्यों?
यह साबित करता है उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन मैं तैनात भ्रष्ट अधिकारी जो चन्द रुपए के लिए उपभोक्ताओं को करते हैं खुलेआम परेशान। एक ऐसा ही नजारा आपको हम दिखा रहे हैं इनसे मिलिए यह कामता प्रसाद वर्मा जो कि इंदिरा नगर लखनऊ स्थित अवर अभियंता सेक्टर 14 ओल्ड पावर हाउस पर गत तीन माह है तैनात।
ताजा मामला सेक्टर 14 ओल्ड पावर हाउस अन्तगर्त गाजीपुर गॉव इन्दिरा नगर सी ब्लॉक का है। जहां अवर अभियंता कामता प्रसाद वर्मा द्वारा बुटीक में काम करके बड़ी मुश्किल से करती है गुजारा करने वाली एक अनाथ लड़की को दस हजार रिश्वत न दे पाने के कारण एक नहीं बल्कि दो बार कन्नेशन आवेदन को निरस्त कर दिया
वार वार कन्नेशन निरस्त होने के बाद भी की मांग करने वाली लड़की अनाथ लड़की दस हजार रूपये देने में असमर्थ है । बताते चले कि अवर अभियंता कामता प्रसाद वर्मा कटिया डालकर बिजली चोरी करवाते है और शिकायत करने पर चोरी करने वाले पर कारवाई करने के बजाय शिकायतकर्ता से ही ब्लैकमेल ऐठ लेते है पैसे। अवर अभियंता कामता प्रसाद वर्मा पहले भी अपने ही धर में बिजली चोरी की शिकायत करने पर अनाथ लड़की से ब्लैक मेल कर तीन हजार रूपया ऐठ चुके है।
बिजली पानी मौलिक सुबिधाओं है शामिल, फिर भी दो माह से अधिक समय से दौर रही है मजबूर एवं अनाथ ल्रड़की को अपने मामा के साथ पावर हाउस के चक्क्र लगा रहे है। आखिरकार क्या है मामला, किस प्रकार से अवर अभियंता कामता प्रसाद वर्मा अनाथ लड़की को कर रहे टार्चर, यह जांच का विषय है।
इस सन्दर्भ में जब सेक्टर 14 ओल्ड पावर हाउस के उपखण्ड अधिकारी अरबिन्द कुमार से इस बारे में प्रतिक्रिया जाननी चाही, तो उपखण्ड अधिकारी अरिबन्द कुमार ने ने भी इस बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध कराई।
चंद्र समय में ही भ्रष्ट अधिकारी अवर अभियंता कामता प्रसाद की रिश्वतखोरी की चर्चा पूरे पावर हाउस क्षेत्र में फैल गया। अवर अभियंता कामता प्रसाद वर्मा अपने इस कारनामे में अपने सारू भाई अमित वर्मा को भी हिस्सेदार बनाता है। अमित वर्मा को को अवैध तरीके से अपने कक्ष में बैठाते हैं। अवर अभियंता कामता प्रसाद वर्मा इस बात की पूरी कोशिश कर रहे है कि जल्द ही अपने सारू भाई अमित वर्मा को संविदा कर्मचारी के रूप में नियोजित करा ले।
भ्रष्ट अधिकारी अवर अभियंता कामता प्रसाद बकाया पर कनेक्शन लेना लाखों काबिल हजारों में परिवर्तन कर देना, विभाग द्वारा तय की गई समय अवधि के बाद लोगों के घर जाकर एसआईआर करना, संविदा कर्मचारियों से रिश्वत लेकर वेतन बनाना, बिना रिश्वत के कोई भी कनेक्शन किसी भी श्रेणी का क्यों ना हो जारी न करना, कोई न कोई आपत्ति लगाकर आवेदक के आवेदन को निरस्त कर देने के लिए जाने जाते है।
अभी हाल ही में एक पत्रकार से एक औद्योगिक कनेक्शन के लिए खुलेआम रुपए की मांग करते हुए मामला प्रकाश में आया था, जिस पर विभाग द्वारा जांच भी चल रही है। थाना इंदिरा नगर क्षेत्र अरविंदो चौकी में कनेक्शन न मिलने से परेशान एक एडवोकेट साहब द्वारा भी एक शिकायत की गई है, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।
ऐसे हजारों अनगिनत मामले हैं जो चंद समय में ही खुलकर सामने आ गए, अब देखना यह है यह मामला प्रकाश में आने के बाद भी क्या विद्युत विभाग इस पर कोई कार्रवाई करता है अथवा नहीं, यह आने वाला समय ही बताएगा।
हालात इतने गंभीर हो गए हैं उक्त अवर अभियंता अपने सीनियर अधिकारी यानी कि उपखंड अधिकारी कभी कहना नहीं मानते।