सुनील राय/आवाज प्लस कोलकाता डेस्क
कोलकाता। उत्तर कोलकाता के ऐतिहासिक नतून बाजार के श्री जगन्नाथ मंदिर में चल रहे रथ महोत्सव सम्प्पन हुआ।
श्री जगन्नाथ स्वामी नतून बाजार मंदिर ट्रस्ट द्वारा रथयात्रा का आयोजन इस वार वैश्विक महामारी के कारण मंदिर के प्रांगण में ही पूरा किया गया। प्रभु मासी बाड़ी से उल्टा रथ पूजा के माध्यम से अपने मुख्य मंदिर के आसन पर आसीन हुए। इस पावन अवसर पर क्षेत्र के अनेक जगन्नाथ भक्तगण उपस्थित थे। मंत्रोच्चारण के साथ भगवान जगन्नाथ के पूजन पश्चात् प्रभु मासी बाड़ी से अपने रथ में सवार होकर अपने मुख्य स्थान के लिए प्रस्थान किये।
मंदिर के अंदर ही रथ द्वारा पांच परिक्रमा पूरा कर दूसरे दिशा में मासी बाड़ी में भगवान को विराजमान किया गया था। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत आयोजक मनोज सिंह पराशर द्वारा किया गया, इस रथपुजा उत्सव में स्वामी त्रिभुवन पुरी जी महाराज, बनवारीलाल सोती, राधे श्याम अग्रवाल, सुरेन्द्र अग्रवाल, जे.पी.सिंह, पार्षद विजय उपद्य्याय, समाजसेवी राजेश सिन्हा, कृष्ण प्रताप सिंह, अशोक झा, सुरेश पांडेय, रवि ओझा, महावीर रावत, चाँद रत्न लखानी, महावीर बजाज,विनोद अग्रवाल, अमित गुप्ता, अभ्युदय दुगर, अधिवक्ता अजय चौबे, मुन्ना राय, सुनील कुमार राय, सुकुमार घोष, राजकुमार सिंह, पार्थ प्रतिम बानिक, यसवंत सिंह, राजीव सिन्हा, समेत अन्य गणमान्य अतिथियों व समाज के विशिष्ट व्यक्तियों ने रथ एवं भगवान के दर्शन किये। कार्यक्रम का संचालन सचिदानंद पारिख ने किया।
कार्यक्रम के संयोजक मनोज पराशर ने बताया कि नूतन बाजार जगन्नाथ मंदिर में दर्शन के लिए अनेक भक्त पधारे थे, पर ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने किसी तरह का भीड़ नही होने दिया। यहां महानगर के अलावा दूर दराज से भी भक्त दर्शन को आते हैं।
कलश स्नान यात्रा के साथ ही रथयात्रा महोत्सव की शुरूआत हुआ। इस बार महास्नान हो या रथ पूजा सभी कोरोना महामारी को देखते हुए सूक्ष्म रुप से मनाया जा रहा है। महास्नान के बाद प्रभू बीमार हो गये थे. जो भक्तों के लिए काफी कष्ट कारक था. नेत्रोउत्सव के बाद रथपुजा की गई रथपूजा के दौरान भक्तों की आस्था सिर चढ़ कर बोला वे जय जगन्नाथ के नारे लगा रहे थे. इसके बाद मंदिर में भक्तों के लिए भंडारा और प्रसाद वितरण भी किया गया. आज भगवान मासी बाड़ी से लौट पुनः मंदिर में अपने आसन पर विराजमान हो गए इसके खुशी में भजन संध्या एवं नृत्य नाटिका का आयोजन किया गया। पूजा विधि मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित विश्वनाथ महापात्रा द्वारा सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के सफल बनाने में संस्था के तारक दे, प्रदीप सोनकर, मुन्ना गुप्ता, दिलीप सोनकर, स्नेह कुमार,संजय सोनकर, शंकर पाल, विनोद सोनकर,सुरेश केशरी, लक्ष्मण सोनकर, अशोक भट्टाचार्य, विश्वनाथ फालीवाल, राम सोनकर, दीपू गुप्ता, सचिन सोनकर, बापी प्रकाश हालदार, राजेश सिंह, आशित अग्रवाल एवं अन्य का सक्रिय विशेष योगदान रहा।